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REWA: रीवा में 12करोड़ के चावल घोटाले में बुरी तरह घिर गए राजेन्द्र शुक्ला

रीवा जिले में हुए करोड़ों रुपए के चावल(धान)घोटाले में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कार्रवाई करते हुए तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है, वहीं एक अन्य मिलर्स के खिलाफ भी रिपोर्ट भी दर्ज की गई है।

रीवा में हुए 12 करोड़ रुपए से ज्यादा के चावल(धान )घोटाले का मामला जैसे ही सामने आया तो रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने तुरंत ही तीन अधिकारियों की एक टीम गठित की, और मामले की जांच शुरू की गई। जांच टीम द्वारा रिपोर्ट पेश करने के बाद अधिकारी लक्ष्मण अहिरवार और एक मिलर्स के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश कलेक्टर ने जारी करते हुए तीन अन्य लोगों को सस्पेंड कर दिया है। इस पूरे मामले को जानने के के लिए आप हमारे यूट्यूब चैनल से जुड़ सकते है

https://youtu.be/seHuiGqtP2E?si=is6AGoZDebxH2VNA

क्या है पूरा मामला
रीवा में 12 करोड़ रुपए से अधिक का चावल घोटाला सामने आया है। यहां लगभग 96 हजार क्विंटल चावल की हेराफेरी की गई है। जिस चिट्ठी के आधार पर चावल जमा कराया गया था, बताया गया है कि वो गलत तरीके से बनाई गई थी, जिसमें एक मिलर्स की भूमिका भी निकल कर सामने आई।

डिप्टी सीएम के पूर्व सचिव का नाम भी
कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल ने रीवा जिला खाद्य अधिकारी सहित जिला आपूर्ति निगम के जिला अधिकारी के अलावा वेयर हाउस के जिला अधिकारी को शामिल करते हुए एक जांच टीम गठित की। जिसके बाद इस मामले की जांच की गई। इस घोटाले में डिप्टी सीएम के पूर्व सचिव का नाम भी सामने आ रहा था। जिसके चलते जांच टीम ने बारीकी से जांच की और जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी गई। जिसमें धान और चावल को लेकर बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया गया। जैसे ही यह रिपोर्ट सार्वजनिक हुई, पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

कई बड़े नाम हो सकते हैं शामिल
रीवा जिले में धान का यह खेल लंबे समय से चल रहा था। मीडिया सूत्रों के अनुसार इस खेल में काफी बड़े नाम शामिल हो सकते हैं। अभी जो घोटाला सामने आया है उसमें वर्तमान डिप्टी सीएम के एक पूर्व सचिव का भी नाम सामने आ रहा है। फिलहाल एमपी स्टेट सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन की ओर से लगातार जांच जारी है। इस पूरे मामले सबसे बड़ी बात जो है वो ये है कि जिस चावल को एफसीआई में जमा करना था वह अन्य गोदामों में पाया जा रहा है, जिसे अब लगातार जब्त किया जा रहा है।

इन अधिकारीयों पर हुई कार्यवाही
जांच रिपोर्ट मिलने के बाद गलत तरीके से चिट्ठी जारी करने वाले लक्ष्मण अहिरवार के खिलाफ और जिस मिलर्स ने चिट्ठी जारी कराई थी, अब उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश भी दिया गया हैं। इसके अलावा सिरमौर वेयरहाउस के प्रभारी और दो लोगों को सस्पेंड किया गया है.

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