राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बीच टल गया राहुल गाँधी का फैसला
एक तरफ जहां 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह है. इस समारोह को लेकर देश भर में जहां भारी उत्साह है वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी को मानहानि मामले में कोर्ट के तरफ से राहत भरी खबर मिली है।
एक तरफ जहां 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह है. इस समारोह को लेकर देश भर में जहां भारी उत्साह है वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी को मानहानि मामले में कोर्ट के तरफ से राहत भरी खबर मिली है।
दरअसल, बॉम्बे हाई कोर्ट मे बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी हालांकि आरएसएस कार्यकर्ता राजेश कुंटे ने अदालत में अपना जवाब दाखिल कर दिया है।बता दें न्यायमूर्ति एन.जे.जमादार की एकल पीठ के समक्ष बुधवार को राहुल गांधी की ओर से वकील कुशल मोर की दायर याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी। राहुल की याचिका में दावा किया गया है कि 2021 में हाईकोर्ट की एक अन्य पीठ ने शिकायतकर्ता राजेश कुंटे के मामले में कोई भी नया दस्तावेज जमा करने की अनुमति नहीं दी थी। ठाणे जिले के भिवंडी में मजिस्ट्रेट कोर्ट ने इस साल जून में कुंटे को नए दस्तावेज और राहुल गांधी के ट्वीट से जुड़ी सीडी को सबूत के रूप में स्वीकार कर लिया था।
मालूम हो कि राहुल गांधी ने याचिका में दावा किया है कि कुंटे को इस स्तर पर नए दस्तावेज जमा करने की मजिस्ट्रेट कोर्ट को अनुमति देना पूरी तरह से अवैध और पूर्वाग्रह पूर्ण है वहीं कुंटे ने मजिस्ट्रेट कोर्ट के मानहानि याचिका में दावा किया है कि राहुल गांधी ने यह गलत और अपमानजनक बयान दिया था कि महात्मा गांधी की हत्या के लिए आरएसएस जिम्मेदार थे।