फ्लोर टेस्ट में Champai Soren की जीत, विधानसभा में साबित कर दिखाया बहुमत, पक्ष में पड़े 47 वोट
झारखंड विधानसभा में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के 47 विधायक हैं और इसे सीपीआईएमएल (एल) के एक विधायक का बाहर से समर्थन प्राप्त है। वहीं, भाजपा के पास 26 विधायक हैं। आजसू के तीन और एनसीपी के एक विधायक हैं।

झारखंड में नवगठित चंपाई सोरेन(Chamapai Soren) सरकार ने बहुमत परीक्षण पास कर लिया है। सोमवार को विधानसभा में हुए बहुमत परीक्षण में कुल 47 विधायकों ने सोरेन सरकार के पक्ष में मतदान किया, जबकि विपक्ष यानी भाजपा की तरफ मात्र 29 वोट पड़े।कुल मिलाकर भाजपा 18 वोटों से हार गई है।
आपको बता दें झारखंड विधानसभा में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के 47 विधायक हैं और इसे सीपीआईएमएल (एल) के एक विधायक का बाहर से समर्थन प्राप्त है। वहीं, भाजपा के पास 26 विधायक हैं। आजसू के तीन और एनसीपी के एक विधायक हैं। अन्य 2 विधायकों का भी समर्थन एनडीए के पास है। इस तरह एनडीए कैंप में कुल 32 विधायक हैं।
उल्लेखनीय हो कि सत्तारूढ़ गठबंधन को आशंका थी कि भाजपा उनके विधायकों की ‘खरीद-फरोख्त’ का प्रयास कर सकती है, ऐसे में दो फरवरी को दो उड़ानों से करीब 38 विधायक कांग्रेस शासित राज्य तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद चले गए थे जिसके बाद विधायकों को कल यानी रविवार शाम रांची वापस लाया गया।
जाहिर हो कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किये जाने के बाद झामुमो विधायक दल के नेता चंपाई सोरेन ने 2 फरवरी को झारखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। पीएमएलए (धनशोधन रोकथाम अधिनियम) से संबंधित केसों की सुनवाई वाली एक विशेष अदालत ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विश्वास मत प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति दे दी थी। अदालत ने 2 फरवरी को हेमंत सोरेन को 5 दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था।