Haryana News: हरियाणा के हिसार में सामने आया अजीबोगरीब मामला, सिर्फ 700 रुपए के लिए महिला कर्मियों की इज्जत से खिलवाड़


कर्मचारियों ने स्टाफ नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। नागरिक अस्पताल की वार्ड सर्वेंट ने बताया कि घटना शनिवार की है। गायनी वार्ड में स्टाफ नर्स बबीता के 700 रुपए चोरी हो गए थे। स्टाफ नर्स ने उन्हें बताया कि उसके पास 1700 रुपए थे, जिसमें से 700 रुपए गायब हैं। वही चोरी होने का आरोप नर्स ने लगाया।
इस पर सीसीटीवी कैमरे चेक करने के लिए कहा गया, लेकिन नर्स ने उनसे कहा कि यह मौजूद वार्ड सर्वेंट और महिला स्वीपर की तलाशी ली जाएगी। इसके बाद गायनी वार्ड की इंचार्ज डॉक्टर पूनम को बुलाया गया। इसके बाद अलग कमरे में ले जाकर केवल उसे और दो महिला सफाई कर्मचारियों को डॉक्टर के सामने चेक किया गया।
आरोप है कि इस दौरान तीनों के अंडर गारमेंट्स चेक किए गए। आरोप है कि इससे उनके मान सम्मान को ठेस पहुंची है। नागरिक अस्पताल की महिला वार्ड सर्वेंट ने बताया कि उसकी व अन्य दो महिला सफाई कर्मचारियों की अलग कमरे मे ले जाकर तलाशी ली गई। इस दौरान नर्स ने उनके अंडर गारमेंट्स भी चेक किया। जबकि वार्ड में 5 से 7 अन्य कर्मचारी भी थे।
जबकि उन तीनों की ही तलाशी हुई। इसके बाद वहां मौजूद वार्ड इंचार्ज डॉक्टर पूनम और नर्स बबीता वहां से चले गए। महिला कर्मियों की तलाशी लेने के विरोध में मंगलवार को अस्पताल के सारे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी इकट्ठा हो गए। कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए नर्स द्वारा माफी मांगने की मांग उठाई।
अस्पताल की पीएमओ रतन भारती मौके पर पहुंची और कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कर्मचारी माफी की मांग को लेकर अड़े रहे। प्रदर्शन के दौरान एक सोशल मीडिया कर्मी ने प्रदर्शन की वीडियो बनाने शुरू कर दी। इस पर आरोप है कि डॉ रतना भारती ने उसके फोन की वीडियो को डिलीट करवा दिया।
इसके बाद शहर के सभी सोशल मीडिया कर्मी पीएमओ कार्यालय में पहुंचे और नाराजगी जाहिर की। डॉ. भारती ने कहा कि वीडियो बनाने वाले के पास कोई प्रेस कार्ड, आथोराइज लेटर नहीं था, जिसके चलते वीडियो को डिलीट करवाया गया।
इस पर PMO डॉक्टर रतना भारती ने कहा कि वार्ड सर्वेंट और दो महिला सफाई कर्मचारियों के साथ गलत हुआ है। इस मामले में वार्ड सर्वेंट, सफाई कर्मचारी और नर्स से बातचीत की जाएगी और मामले की जांच करवाई जाएगी।
वही कच्चे कर्मचारियों की प्रधान सोना देवी ने कहा कि वार्ड महिला सर्वेंट और दो सफाई कर्मचारियों की अंडरगारमेंट्स की तलाशी लेना गलत है। इससे पहले भी डॉक्टर और नर्स चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों पर चोरी का आरोप लगाते हैं जिसके बाद उनकी तलाशी ली जाती है और तलाशी में कुछ नहीं मिलता इस तरह के पहले भी कई मामले हुए हैं। हर बार चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को अपमान सहना पड़ता है।