आदमी पैसे सड़क पर पड़े हुए नहीं देखता। वह पैसे लेता है। हां, 100 रुपये का नोट चाहे जो हो, नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। विज्ञापनों में कुछ लोगों ने इसी तरह की सोच का इस्तेमाल किया। क्या? वायरल वीडियो देखकर आप इसे समझ जाएंगे।
वास्तव में, इन लोगों ने कागज के एक तरफ सौ रुपये का नोट छापा था। दूसरी ओर अपने कैफे का प्रचार। इसके बाद, उन्होंने कागज को मोड़कर सड़क पर फेंक दिया, जिससे असली सौ का नोट दिखाई देता था। ऐसे में, एक व्यक्ति उस कागज को सौ रुपये का नोट समझकर उठा लेगा, लेकिन वह विज्ञापन देखकर खुद को ठगा हुआ महसूस करेगा और विज्ञापनकर्ताओं की प्रशंसा करेगा।
“100 रुपये” नोट पर छापा हुआ विज्ञापन
हम इस वायरल वीडियो में देख सकते हैं कि जमीन पर अच्छे से फोल्ड एक सौ रुपये का नोट पड़ा है। जब कोई व्यक्ति नोट उठाकर पूरा खोलता है, तो वह सिर्फ सौ रुपये का नोट दिखाई देता है। लेकिन नोट के पीछे एक कैफे का विज्ञापन छपा है।
मतलब, यह ट्रिक लोगों को इस विज्ञापन को पढ़ने के लिए मजबूर करेगी, इसलिए आप बस पर्चा लेकर उसे फेंक देंगे। नोट लगता है, इसलिए लोग उसे अस्वीकार करने की बजाय खुद उठाकर पड़ेंगे।
लोगों ने कहा कि भाई, यह धोखा है
12 दिसंबर को, @cafe_mantralay इंस्टाग्राम हैंडल से यह वीडियो पोस्ट किया गया था। समाचार लिखे जाने तक, इस क्लिप को ३ लाख से अधिक लाइक्स, ४४ लाख व्यूज और साढ़े चार सौ कमेंट मिल चुके हैं। Internet users आश्चर्यचकित हैं कि कैफे मालिकों की यह विज्ञापन चाल है।
कुछ लोगों ने इसे स्मार्ट एडवरटाइजिंग बताया, लेकिन बहुत से लोगों ने कहा कि यह धोखा है भाई। कुछ लोगों ने इसे अवैध बताया। दूसरे उपयोगकर्ताओं ने कहा कि वह इस तरीके को अपने नए व्यवसाय के लिए अवश्य अपनाएंगे।